जालौन के ऊमरी में बरातियों से झगड़कर दुल्हन के चाचा ने कुएं में छलांग लगा दी, जिससे उसकी मौत हो गई। मौत की खबर फैलते ही शादी समारोह में मातम छा गया। आनन फानन में रस्में पूरी की गईं। पुलिस ने कुएं से शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। रामपुरा थाने के इंस्पेक्टर आरके सिंह का कहना है कि विवाद की बात तो सामने आ रही है लेकिन किससे और किस कारण विवाद हुआ, इस बारे में अभी कोई कुछ नहीं बता रहा।
फिलहाल परिजनों की ओर से तहरीर नहीं दी गई है। सोमवार की रात करीब आठ बजे कस्बे के कंजौसा मोहल्ला निवासी संतोष दोहरे की बेटी की बरात जालौन के लौना गांव से आई थी। द्वारचार के दौरान ही संतोष के चचेरे भाई और पेशे से मजदूर महेंद्र दोहरे (45) का किसी बात पर बरातियों से विवाद हो गया, हाथापाई भी हुई। नाते रिश्तेदारों ने बीचबचाव कर किसी तरह मामले को शांत करा दिया।
इसके कुछ देर बाद रात करीब 11 बजे समारोह स्थल से कुछ दूरी पर स्थित कुएं पर जाकर महेंद्र ने छलांग लगा दी। महेंद्र के छोटे भाई राजा ने जैसे ही उसे कुएं में कूदते देखा तो शोर मचा दिया। गांव के कुछ युवक भी उसे निकालने के लिए कुएं में कूद गए। सूचना समारोह स्थल पर भी पहुंच गई, जिससे वहां भी हड़कंप मच गया। इस बीच सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और फिर चारपाई डालकर महेंद्र को बाहर निकाला गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।
मामला गंभीर देख शादी की रस्मे भी जल्दी में निपटा दी गई। समारोह में शामिल लोगों का कहना है कि जिन बरातियों से महेंद्र का विवाद हुआ था वे भी उसके रिश्तेदार ही लगते हैं। जो कुछ भी विवाद हुआ वह शराब के नशे में हुआ। वहीं रामपुरा पुलिस का कहना है कि तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि अभी तो फिलहाल तहरीर का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद द्वारचार के वक्त हो रही वीडियो रिकार्डिंग भी देखी जाएगी, ताकि किससे और किस बात पर महेंद्र का विवाद हुआ, यह स्पष्ट हो सके।
उधर, परिवार की शादी होने के कारण महेंद्र की पत्नी भी रेशमा भी समारोह में मौजूद थी। जैसे ही उसे कुएं में पति के कूदने की बात पता चली वह पागलों सी दौड़ती हुई वहां पहुंची और कुएं में कूदने का प्रयास करने लगी। वह बार-बार यही चिल्ला रही थी कि हाय जान लै गओ कोऊ। महेंद्र के कुएं में कूदने और फिर पुलिस के पहुंचने की जानकारी मिलते ही बरातियों में अफरातफरी मच गई। कई बराती तो बिना खाना पिए करे ही जो भी साधन मिला उसी से परिवार के साथ लौट लिए। सुबह तक समारोह स्थल पर कोई भी बराती नजर नहीं आ रहा था।